महिलाएं सेक्स के दौरान न सिर्फ आंनद का अनुभव करती है बल्कि सेक्स से उन्हे कई प्रकार के शारीरिक और भावनात्मक लाभ भी होते है, सेक्स से महिलाओं के शारीरिक सरंचना में भी परिर्वतन आता है। सेक्स के दौरान अपने पार्टनर द्वारा मिले शारीरिक और भावनात्मक सर्पोट से महिलाओं में आत्मविश्वास बढ़ता है। यूं तो महिलाओं में हमेशा सेक्स की चाहत होती है, लेकिन मासिक पूरा हो जाने के पांच से सात दिन तक महिलाएं सेक्स के मूड में ज्यादा होती हैं क्योंकि मासिक चक्र पूरा होने के बाद सेक्स वाले हार्मोस सक्रिय हो जाते हैं। महावारी के पांच से सात दिन में सेक्स करना ज्यादा ही आनंद की अनुभूति कराता है साथ ही इसका लाभ कम से कम 12 दिनों तक रहता है। महावारी के बाद महिलाओं में सेक्स की तीव्र इच्छा जागृत होना स्वाभाविक है, क्योंकि इन दिनों में गर्भधारण की संभावना कम हो जाती। वैसे तो यह शारीरिक जरूरत का एक आम हिस्सा है। सेक्स वैवाहिक संबंधों को सुखी बनाता है और भविष्य में दोनों के बीच सेक्स को लेकर दूरियां कभी नहीं आती।
Monday, 12 November 2012
महिलाओं में सेक्स के लाभ
महिलाएं सेक्स के दौरान न सिर्फ आंनद का अनुभव करती है बल्कि सेक्स से उन्हे कई प्रकार के शारीरिक और भावनात्मक लाभ भी होते है, सेक्स से महिलाओं के शारीरिक सरंचना में भी परिर्वतन आता है। सेक्स के दौरान अपने पार्टनर द्वारा मिले शारीरिक और भावनात्मक सर्पोट से महिलाओं में आत्मविश्वास बढ़ता है। यूं तो महिलाओं में हमेशा सेक्स की चाहत होती है, लेकिन मासिक पूरा हो जाने के पांच से सात दिन तक महिलाएं सेक्स के मूड में ज्यादा होती हैं क्योंकि मासिक चक्र पूरा होने के बाद सेक्स वाले हार्मोस सक्रिय हो जाते हैं। महावारी के पांच से सात दिन में सेक्स करना ज्यादा ही आनंद की अनुभूति कराता है साथ ही इसका लाभ कम से कम 12 दिनों तक रहता है। महावारी के बाद महिलाओं में सेक्स की तीव्र इच्छा जागृत होना स्वाभाविक है, क्योंकि इन दिनों में गर्भधारण की संभावना कम हो जाती। वैसे तो यह शारीरिक जरूरत का एक आम हिस्सा है। सेक्स वैवाहिक संबंधों को सुखी बनाता है और भविष्य में दोनों के बीच सेक्स को लेकर दूरियां कभी नहीं आती।